Best Poem of this year (kabhi mil to tujhko batay ham)
कभी मिल तो तुझको बताए हम
तुझे इस तरह से सताए हम
तेरा इश्क तुझसे छीन कर
तुझे मय पिला के रुलाए हम
तुझे दर्द दू तू न सह सके
तुझे दू जुबां तू न कह सके
तुझे दू मकां तू ना रह सके
तुझे मुश्किलों में घिरा के कोई ऐसा रास्ता निकाल दू
तेरे दर्द कि मै दवा करू किसी गरज के मै सिबा करू।
Prashant Shukla
Follow on instagram
Connect on FB
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें